Martyr’s Day 2024
Martyr’s Day 2024 :- जैसा कि आप सभी को बता दे कि शान्ति और अंहिंसा के महान समर्थक मोहन दास करम चंद गाँधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर में हुआ था। वही 13 उम्र की आयु में गाँधी जी का विवाह कस्तूरबा के साथ हुआ था। आप सभी को बता दे कि अपना देश भारत जब अंग्रेजो की गुलामी तले था
तब गाँधी जी का भारत देश को आज़ाद करवाने में काफी बड़ा हाथ था। उन्होंने भारत देश की रक्षा के लिए अपनी जान तक भी कुर्बान कर दी। आप सभी को जान कारी दे दे कि 30 जनवरी 1948 को महात्मा गाँधी दिल्ली के बिड़ला भवन में शाम की प्राथना सभा को सम्भोधित करने के लिए जा रहे थे।
उसी शाम को तकरीबन 5 बज कर 17 मिनट पर नाथू राम गोडसे ने गाँधी जो को गोली मार कर उन की हत्या कर दी थी। आप को बता दे कि गाँधी जी के हत्या से 10 दिन पहले भी नाथू राम गोडसे ने 20 जनवरी 1948 को गाँधी जी पर जान लेवा हमला करने की कोशिश की थी। अहिंसा के बाद गाँधी जी की मृत्य के बाद हर साल 30 जनवरी को शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। गाँधी जी ने अहिंसा को मिटाने के लिए अपने देश के लिए अपनी जान तक न्योछावर कर दी। साथ ही आम लोगो के जीवन में काफी ज़्यादा बदलाव लाया।
उन्होंने सत्य, अहिंसा और आदर्शो पर चल कर अपनी सारी ज़िन्दगी ऐसे ही निकाल दी। गाँधी जी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गाँधी था। उन को प्यार से बापू भी बोलते थे। गाँधी जी को छोटे बच्चो से काफी ज़्यादा लगाव था। ज़्यादातर बच्चे उन्हें बापू कह कर पुकारा करते थे। इन के पिता जी का नाम करमचंद गाँधी था। वही इन के माता जी नाम पुतली बाई था। महात्मा गाँधी जी ने अपने उच्च विचारो से देश में काफी बदलाव किया। उन्होंने देश में बदलाव के लिए काफी कुछ किया। उन्होंने देश के किसानो के लिए हिट की बात की। गाँधी जी ने ब्रिटिश रूल को खत्म करने के लिए सत्या ग्रह और अहिंसा का आंदोलन किया।
उन्होंने ना केवल देश को ब्रिटिश रोल से आज़ाद करवाना था तथा देश की गरीबी को मिटाना था। साथ ही उन्होंने औरतों की भलाई के लिए भी काफी कुछ किय। उन के हित के लिए आवाज़ उठाई। औरतों के अधिकार के लिए भी काफी ही ज़्यादा उन्होंने काम किया। महात्मा गाँधी दुनिया भर में अपने शान्ति और अहिंसा के लिए जाने जाते है। साथ ही उन की जयंती 2 अक्टूबर को दुनिया भर में मनाया जाता है। उन्होंने देश की प्रगति के लिए भी काफी कुछ किया था। देश की भली के लिए काफी आंदोलन भी उन के द्वारा किये गए थे। महात्मा गाँधी जी शहीदी दिन पर पूरा देश उन को शर्धांजलि देते है।
इस दिन लोग अलग अलग जगहों पर गाँधी जी के शहीदी दिवस पर समारोह आदि लगाते है।इस दिन लोग अलग अलग शहरों में खाने पीने की चीज़ों से लोगो की सेवा भी करते है। हमें महात्मा गाँधी जी के शहीदी से काफी कुछ सीखना चाहिए। उन के द्वारा ब्रिटिश रूल को खत्म करने तथा गलत पर अपनी आवाज़ उठाने पर कैसे आंदोलन करना चाहिए। यह सब हमें पता होना चाहिए। आनी वाली पीढ़ियों को अपने भारत देश के इतिहास के बारे में सब कुछ पता होना चाहिए।
सब को सत्य के राह पर चलने तथा किसी का गलत ना करने की सीख्शा लेनी चाहिए। हमें अपने देश के प्रति जागरूक रहना चाहिए। अपने अपने देश के लिए अपनी जान तक भी न्योछावर कर देनी चाहिए। हमारे शहीदी पुरषो से काफी कुछ सीखना चाहिए। उन को यद् कर के उन को सच्चे दिल से श्रद्धांजलि देनी चहिए।